शिंचियांग में कुछ मस्जिदें बंद रहीं
१० जुलाई २००९शुक्रवार को शिंचियांग में कईं बड़ी मस्जिदें बंद रहीं जिसके कारण उइगुर मुस्लिम समुदाय के लोगों को जुमे की नमाज़ घरों में ही पढ़नी पड़ी. उइगुर और हान समुदाय के बीच संघर्ष को रोकने के लिए चीन की सेना बख़्तरबंद गाड़ियों के साथ इन इलाकों में गश्त लगा रही है. शिंचियांग प्रांत में फ़िलहाल शांति है और सड़कों पर भारी संख्या में पुलिस और सेना तैनात है.
उरुमची में एक फोटोग्राफर ने डीपीए समाचार एजेंसी को बताया कि अधिकारियों का कहना है कि ये मस्जिदें खुली हैं लेकिन हम चार अलग अलग मस्जिदों में गए और हमें बताया गया कि मस्जिदें बंद हैं.
उधर राष्ट्रपति हू चिनथाओ ने इलाक़े में शांति बनाए रखने की अपील के साथ कहा है कि हाल ही में हुए दंगो के तार अंतरराष्ट्रीय समुदाय से जुड़े हुए हैं. "इनकी योजना तीसरी ताक़त ने बनाई है." तीसरी ताक़त शब्द का इस्तमाल चीन में धार्मिक चरपंथियों, अलगाववादियों या आतंकियों के लिए किया जाता है.
उरुमछी में धार्मिक मामलों के कार्यालय की प्रवक्ता ने कहा कि हमें मस्जिदें बंद रखने के बारे में सरकार की तरफ़ से कोई नोटिस नहीं मिला है. हो सकता है कि उइगुर समुदाय के लोगों ने ख़ुद की सुरक्षा के लिए मस्जिद न जाने का निर्णय लिया हो. चीन की सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ का कहना है कि उरुमछी में कुछ छोटी मस्जिदें शुक्रवार को खुली थीं. एक अधिकारी ने बताया कि अशांति की स्थिति में इलाक़े के मुस्लिम लोग घरों में ही नमाज़ पढ़ते हैं. शिन्हुआ ने एक अन्य अधिकारी के हवाले से लिखा है कि कुछ संवेदनशील इलाकों में इमाम की सलाह से मस्जिदें बंद रखी गई थीं.
रॉटर्स समाचार एजेंसी का कहना है कि शुक्रवार को चीन की पुलिस ने मस्जिद के बाहर प्रदर्शन कर रहे उइगुर समुदाय के लोगों को गिरफ़्तार किया है. बताया जा रहा है कि कुछ सौ लोग सफ़ेद मस्जिद के पास इकट्ठा हुए थे. उरुमची के उइगुर बाज़ार ज़िले की मस्जिदें बंद रखी गई थी. डॉंग कुरकुक ब्रिज मस्जिद के बाहर जमा लोगों का कहना था कि वे बेइज़्ज़त महसूस कर रहे हैं. उन्हें अंदर नहीं जाने दिया जा रहा. एक और कुयुआन मस्जिद के बाहर बुधवार की तारीख़ का नोटिस था कि शुक्रवार को होने वाली नमाज़ मुल्तवी कर दी गई है.
शिंचियांग उइगुर बहुल इलाक़ा है. यहां दूसरा बड़ा समुदाय हान चीनियों का है. दोनों समुदायों के बीच आर्थिक दरार बड़ी होने के कारण टकराव का ख़तरा भी बना रहता है.
रिपोर्टः एजेंसियां/आभा मोंढे
संपादनः ए कुमार